ग्रामीण जनता के साथ-साथ
छोटे सरकारी कर्मचारियों के लिए डाक जीवन बीमा एक अच्छा विकल्प हो सकता है क्योंकि इसकी एंडोमेंट पॉलिसियां कम प्रीमियम पर अधिक रिटर्न उपलब्ध कराती हैं।
वैसे लोग जो लाइफ इंश्योरेंस पॉलिसी लेने के लिए निजी सरकारी बीमा कंपनियों के पीछे भागते हैं वह जरा मुंबई के एक सार्वजनिक उपक्रम में कार्यरत गौरी मीणा का निजी अनुभव जान लें।
गौरी का कहना है कि मैंने जब इस साल फरवरी में एक और पॉलिसी लेने की सोची तो सभी इंश्योरेंस कंपनियों की वेबसाइट खंगाल डाली। कई एजेंटों, एडवाइजरों से बातचीत भी की। पर मुझे असली समाधान मेरे एक मित्र के सुझाव के बाद डाक जीवन बीमा (पीएलआई) पॉलिसी के रूप में मिला।
कम प्रीमियम और अच्छा रिटर्न
अगर आप गंभीरता से विचार क रें तो गौरी मीणा का कहना एकदम सही है। डाक जीवन बीमा सचमुच में अन्य लाइफ इंश्योरेंस कंपनियों की पॉलिसियों की तुलना में कम प्रीमियम पर बेहतर रिटर्न उपलब्ध कराता है। बस इसमें एक ही शर्त है कि इसकी पॉलिसियां सभी केंद्रीय और राज्य सरकार के कर्मचारियों, राष्ट्रीयकृत बैंकों, सार्वजनिक उपक्रमों, वित्तीय संस्थानों, नगर पालिका, महानगर पालिका, जिला परिषद, जिला पंचायत, नगर पंचायत सरीखे स्थानीय निकायों व सरकारी मदद प्राप्त शिक्षा संस्थानों के कर्मचारियों को ही दी जाती हैं। इसके अलावा ग्रामीण डाक जीवन बीमा (आरपीएलआई) पॉलिसियां गांवों में रहने वाले आर्थिक रूप से कमजोर लोगों के लिए भी उपलब्ध हैं।
आरपीएलआई के तहत ग्राम सुरक्षा (व्होल लाइफ एश्योरेंस), ग्राम सुविधा (कन्वर्टिबल व्होल लाइफ एश्योरेंस), ग्राम संतोष (एंडोमेंट एश्योरेंस), ग्राम सुमंगल (एंटिसिपेटेड एंडोमेंट एश्योरेंस) और ग्राम प्रिय (विकलांगों के लिए) पॉलिसियों की पेशकश की जाती है। डाक जीवन बीमा यानी पोस्टल लाइफ इंश्योरेंस पीएलआई बढिय़ा रिटर्न देती हैं। इसकी एंडोमेंट पॉलिसी का बोनस अन्य सभी कंपनियों के बोनस से बहुत अच्छा होता है।
अच्छा विकल्प
इंश्योरेंस एडवाइजर चंचल वर्मा का कहना है कि बीमा नियामक व विकास प्राधिकरण-आईआरडीए के कई कदम उठाने की वजह से आजकल यूनिट लिंक्ड इंश्योरेंस प्लान- यूलिप का क्रेज तकरीबन खत्म होता जा रहा है। इन दिनों उपभोक्ता परंपरागत पॉलिसियों की ओर मुंड़ रहे हैं तो ऐसे में अगर वे पीएलआई के लिए योग्य हैं तो उनके लिए पीएलआई बहुत अच्छा विकल्प हो सकता है।
कम प्रीमियम
अंतत: गौरी मीणा ने पीएलआई की एंडोमेंट पॉलिसी संतोष ली है। इसका टर्म 20 साल और सम एश्योर्ड एक लाख रुपये है। इसका प्रीमियम हर महीने 400 रुपये है। जबकि एलआईसी के एंडोमेंट एश्योरेंस प्लान में मासिक प्रीमियम 442 रुपये होगा। आज की बोनस दर के हिसाब से उन्हें मैच्योरिटी पर कुल 2,40,000 रुपये मिलेंगे। अगर इसमें से कुल भुगतान किए जाने वाले प्रीमियम को अलग कर दें तो गौरी को 1,44,000 रुपये का शुद्ध लाभ होगा।
आयकर का लाभ भी
पीएलआई के पॉलिसीधारकों को अन्य लाइफ इंश्योरेंस पॉलिसियों की तरह आयकर का लाभ भी मिलता है। मैच्योरिटी पर मिलने वाली राशि टैक्स फ्री होती है और प्रीमियम भुगतान पर आयकर अधिनियम की धारा धारा 80 सी के तहत छूट भी मिलती है।
पीएलआई एवं आरपीएलआई के अंतर्गत योजनाएं
एंडोमेंट एश्योरेंस (संतोष): इस योजना के अंतर्गत प्रस्तावक को परिपक्वता की पूर्व निर्धारित आयु पूरी करने पर बीमित रकम और अर्जित बोनस दिया जाता है। वहीं बीमित व्यक्ति की अप्रत्याशित मृत्यु की दशा में नॉमिनी अथवा उसके कानूनी वारिस को पूर्ण बीमित राशि के साथ अर्जित बोनस प्रदान किया जाता है।
इस योजना में सम एश्योर्ड की सीमा न्यूनतम 20 हजार से अधिकतम 10 लाख रुपये है। ग्रामीण डाक जीवन बीमा में सम एश्योर्ड सीमा 10 हजार से 3 लाख रुपये है। साथ ही बीमित व्यक्ति की उम्र 19 वर्ष से 55 वर्ष के बीच होनी चाहिए। पॉलिसी के चार वर्ष पूर्ण होने के बाद लोन की सुविधा भी प्राप्त होती है।
व्होल लाइफ एश्योरेंस (सुरक्षा): इस योजना के अंतर्गत बीमित व्यक्ति की मृत्यु के बाद नॉमिनी अथवा उसके कानूनी वारिस को बीमित रकम के साथ उपार्जित बोनस प्रदान किया जाता है। पॉलिसी शुरू होने के एक वर्ष बाद अथवा बीमित व्यक्ति के 57 वर्ष पूर्ण होने से पूर्व इस पॉलिसी को एंडोमेंट प्लान में बदला जा सकता है। पॉलिसी शुरू होने के चार साल बाद इस पर लोन की सुविधा भी मिलती है।
कन्वर्टिबल व्होल लाइफ एश्योरेंस (सुविधा): यह योजना काफी हद तक एंडोमेंट एश्योरेंस पॉलिसी के समान है। पॉलिसी को पांच साल के भीतर एंडोमेंट एश्योरेंस में बदला जा सकता है। इसके लिए बीमित व्यक्ति की आयु 55 वर्ष से अधिक नहीं होनी चाहिए। यदि 6 साल तक पॉलिसी परिवर्तन का विकल्प नहीं चुना जाता, तो इस दशा में पॉलिसी को व्होल लाइफ एश्योरेंस माना जाएगा।
एंटीसिपेटेड एंडोमेंट एश्योरेंस (सुमंगल): यह अधिकतम 5 लाख रुपये बीमित राशि वाली मनी बैक योजना है। इसके तहत 15 वर्ष और 20 वर्ष की पॉलिसियां उपलब्ध हैं। बीमित व्यक्ति को निश्चित समयावधि में एक निश्चित रकम प्राप्त होती है। लेकिन बीमित व्यक्ति की मृत्यु की दशा में इन भुगतानों को शामिल नहीं किया जाता। और उसके नॉमिनी अथवा कानूनी उत्तराधिकारी को पूर्ण बीमित राशि के साथ उपार्जित बोनस प्रदान किया जाता है।
ज्वाइंट लाइफ एश्योरेंस (युगल सुरक्षा): यह एक ज्वाइंट लाइफ एश्योरेंस प्लान है। इसके अंतर्गत पति अथवा पत्नी किसी एक के पास पीएलआई की आर्हता होनी चाहिए। इसमें पति एवं पत्नी दोनों को एक प्रीमियम अदा कर बीमित राशि तक का बीमा कवर और उपार्जित बोनस प्रदान किया जाता है।
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